लॉकडाउन : छूट गई नौकरी तो घर बैठे ऐसे कर सकते हैं कमाई
नई दिल्ली: कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामले देखने को मिल रही है। इसी कारण मोदी सरकार ने एक बार फिर से लॉकडाउन की समयसीमा को 14 अप्रैल से बढ़ाकर 3 मई कर दी है। देशभर में बंदी की वजह से हर कोई घर में कैद है। ऐसे में कई कंपनियों ने अपने यहां छंटनी शुरू कर दी है। इसके साथ ही भारत ही नहीं बल्कि दुनिया भर में कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों की सैलरी में कटौती की है। कोरोना का कहर इस कदर हो रहा है कि अब कर्मचारियों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। ऐसे में लोगों के पास काम नहीं है। अगर आप भी घर बैठे है और आपके पास काम नहीं है या घर बैठे काम की तलाश है। तो अब परेशान होने की जरूरत नहीं है। ऐसे समय में हम आपको घर बैठे काम करने के कुछ सरल और आसान विकल्प के बारे में बताएंगे। जिससे आपको काफी हद तक मदद मिल सकेगी।
घर बैठे यहां से करें कमाई
सोशल मीडिया मार्केटिंग कंसल्टेंट
आज के समय में सोशल मीडिया कमाई का बड़ा जरिया हो चुका है। इसे कंपनियां भी बखूबी समझती हैं। कंपनियों को अपने और अपने प्रोडक्ट के प्रमोशन के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग कंसल्टेंट की जरुरत होती है। बाजार में अक्सर ऐसे लोगों की मांग रहती ही है। अगर आप यह काम कर सकते हैं तो यह फील्ड आपके लिए बेहतर है।
आईटी स्पेशलिस्ट
आप इस बात से अवगत होंगे कि लगभग हर कारपोरेट ऑफिस में आईटी स्पेशलिस्ट की दरकार होती है। थोड़ी ट्रेनिंग लेकर भी आप काम शुरू कर सकते हैं। इस काम में गूगल का नौ महीने का आईटी सपोर्ट प्रोफेशनल सर्टिफिकेट आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। ऐसे लोग पार्ट टाइम काम कर अच्छी कमाई कर सकते हैं।
ग्राफिक्स डिजाइनर
अगर आपने ग्राफिक्स डिजाइनर की कोर्स की है तो आपको बता दें कि लिंक्ड-इन पर अक्सर ऐसे लोगों के लिए वैकेंसी निकलती रहती है। फुल टाइम और फ्रीलांसिंग के तौर पर ऐसे लोगों की काफी मांग रहती है। माना जाता है कि सोशल मीडिया पर अपनी बात सीधे और असरदार तरीके से रखने में ग्राफिक्स मदद करता है। इस फील्ड में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं।
इंस्टाग्राम मार्केटिंग
आज के समय में इंस्टाग्राम मार्केटिंग काफी चर्चित है। यह कमाई करने का बेहतर तरीका है। अगर आप फोटो और वीडियो की फील्ड में अच्छा टैलेंट रखते हैं तो आपको कई कंपनियों के इंस्टाग्राम फीड फुल करने का ऑफर मिल सकता है। हालांकि, आपको बेसिक ट्रेनिंग की जरुरत होगी। आप इसके लिए ऑनलाइन कोर्स भी कर सकते हैं। कोर्स करने के बाद आप घर बैठे भी कमाई शुरू कर सकते हैं।
इन सब के बाद आज हम आपको घर से काम करने के लिए बेहतरीन लैपटॉप के बारें में भी बताएंगे, इसके साथ ही वाई-फाई की स्पीड को बेहतर कैसे करें, इसकी भी जानकारी देंगे।
वर्क फ्रॉम होम के लिए अच्छा लैपटॉप
ऐसे में घर से कम करने के लिए एक अच्छे लैपटॉप का होना जरूरी है। भारतीय बाजार में कई बड़ी कंपनियां अलग-अलग प्राइस सेगमेंट के लैपटॉप उपलब्ध कराती हैं। तो चलिए जानते हैं, वर्क फ्रॉम के लिए कुछ ऐसे लैपटॉप के बारे में जिन्हें आप 40,000 रुपये से कम कीमत में खरीद सकते हैं।
HP 14Q (cy0005AU) की कीमत 17,990 रुपये में काफी सस्ते कीमत में आने वाले इस लैपटॉप का वजन 1.47 किलोग्राम है जो इसे सफर और रोजाना के इस्तेमाल के लिए बेहतर बनाता है।
ASUS VivoBOOK 15 की कीमत 21,990 रुपये की VivoBook 15 में 15.6 इंच की स्क्रीन 1,920 x 1,080 पिक्सल रेजोल्यूशन के साथ मौजूद है।
DELL NEW INSPIRON 14 (5490) की कीमत 33,890 रुपये में इस लैपटॉप में 10वीं जेनरेशन का इंटल कोर i3 प्रोसेसर मौजूद है।
HP Chromebook x360 12b की कीमत 29,990 रुपये में अगर आपका काम में एडिटिंग और रिसोर्स इंटेनसिव ऐप्लीकेशन्स शामिल नहीं हैं, तो HP का यह लैपटॉप आपके लिए बेस्ट डिवाइस है।
LENOVO IDEAPAD C340 की कीमत 39,955 रुपये में यह 14 इंच का टचस्क्रीन लैपटॉप है जिसमें AMD Ryzen 3 प्रोसेसर के साथ 4GB रैम और 256GB का स्टोरेज मौजूद है।
वाई-फाई की स्पीड को बढ़ाने के लिए अपनाएं ये टिप्स
अगर आपके वाई-फाई से अन्य डिवाइसेज भी कनेक्टेड हैं जिनकी जरूरत फिलहाल नहीं है तो उन्हें वाई-फाई से स्कनेक्ट कर दें। इससे बेकार की बैंडविथ खपत कम होगी।
वाई-फाई राउटर्स को दिवार या इलेक्ट्रिक अप्लायंसेज से दूर रखें।
दिवार या इलेक्ट्रिक अप्लायंसेज के पास राउटर रखऩे से वाई-फाई के सिग्नल ब्रेक होता है और आपकी बेहतर स्पीड नहीं मिल पाती है।
इसलिए राउटर को हमेशा खुली जगह रखे। साथ ही अगर संभव हो तो इसे रेफ्रिजरेटर जैसे मेटल समान से दूर रखें।
अगर आप ड्यूल-बैंड राउटर इस्तेमाल कर रहे हैं जो 2.4 गीगहर्ट्ज और 5 गीगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी पर काम करत है।
ऐसे में आप अपनी डिवाइस को केवल एक फ्रीक्वेंसी पर कनेक्ट करें।
इससे आपकी ओवरऑल वाई-फाई स्पीड को ठीक करने में मदद करेगी और दूसरी डिवाइस के इंटरफ्येरेंस को भी कम करेगी।
अगर आपके राउटर में एलएएन केबल है तो आप बेहतर स्पीड के लिए एलएएन केबल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
वहीं ड्यूल-बैंड राउटर में आप 2.4 गीगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी का चुनाव कर सकते हैं।
इससे ज्यादा रेंज में भी सिग्नल स्ट्रेंथ अच्छी मिलती है। जहां आपका लैपटॉप या वर्क डिवाइस है और इससे आपका राउटर 10 फीट की दूरी पर है तो आपके लिए 2.4 गीगाहर्ट्ज फ्रीक्वेंसी का राउटर बेहतर रहेगा।
वाई-फाई डेड-जोन का पता लगाने के लिए आप थर्ड पार्टी ऐप्स का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह पता लगने से आपको उन जगहों का पता चलता है जहां वाई-फाई ठीक काम नहीं कर रहा है।
रीपीटर्स और एक्सटेंडर्स का इस्तेमाल वाई-फाई कवरेज के लिए किया जा सकता है।
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